शक्ति का उत्पात

Anonymous Poems in Hindi – अज्ञेय रचना संचयन कविताएँ

क्रांति है आवर्त, होगी भूल उसको मानना धारा :
विप्लव निज में नहीं उद्दिष्ट हो सकता हमारा।
जो नहीं उपयोज्य, वह गति शक्ति का उत्पात भर है :
स्वर्ग की हो-माँगती भागीरथी भी है किनारा।

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