पराजय है याद
Anonymous Poems in Hindi – अज्ञेय रचना संचयन कविताएँ
भोर वेला-नदी तट की घंटियों का नाद।
चोट खाकर जग उठा सोया हुआ अवसाद।
नहीं, मुझको नहीं, अपने दर्द का अभिमान।
मानता हूँ मैं पराजय है तुम्हारी याद।
Anonymous Poems in Hindi – अज्ञेय रचना संचयन कविताएँ
भोर वेला-नदी तट की घंटियों का नाद।
चोट खाकर जग उठा सोया हुआ अवसाद।
नहीं, मुझको नहीं, अपने दर्द का अभिमान।
मानता हूँ मैं पराजय है तुम्हारी याद।