नंदा देवी-3
Anonymous Poems in Hindi – अज्ञेय रचना संचयन कविताएँ
तुम
वहाँ से
मंदिर तुम्हारा
यहाँ है।
और हम-
हमारे हाथ, हमारी सुमिरनी-
यहाँ से-
और हमारा मन
वह कहाँ है?
Anonymous Poems in Hindi – अज्ञेय रचना संचयन कविताएँ
तुम
वहाँ से
मंदिर तुम्हारा
यहाँ है।
और हम-
हमारे हाथ, हमारी सुमिरनी-
यहाँ से-
और हमारा मन
वह कहाँ है?