छंद
Anonymous Poems in Hindi – अज्ञेय रचना संचयन कविताएँ
मैं सभी ओर से खुला हूँ
वन-सा, वन-सा अपने में बंद हूँ
शब्द में मेरी समाई नहीं होगी
मैं सन्नाटे का छंद हूँ।
Anonymous Poems in Hindi – अज्ञेय रचना संचयन कविताएँ
मैं सभी ओर से खुला हूँ
वन-सा, वन-सा अपने में बंद हूँ
शब्द में मेरी समाई नहीं होगी
मैं सन्नाटे का छंद हूँ।